फाइल सिस्टम क्या होता है? / FILE SYSTEM KYA HAI IN HINDI – आप सब तो जानते ही हैं कि आज का समय पूरी तरीके से आधुनिक बन चुका है ।आज के समय में ऐसा कोई नहीं है जो कि कंप्यूटर के बारे में नहीं जानता है। बच्चों से लेकर बड़े तक सब कंप्यूटर के बारे में अच्छी तरीके से जानते हैं। यदि आप कंप्यूटर बैकग्राउंड से हैं तो आपको फाइल सिस्टम के बारे में तो पता ही होगा। परंतु आज के समय में बहुत से लोगों को फाइल सिस्टम के बारे में पता नहीं होता ।इसीलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के अंतर्गत फाइल सिस्टम से जुड़े हुए सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करवाएंगे। तो आइए जानते हैं।
फाइल सिस्टम क्या होता है:-
हर कंप्यूटर सिस्टम में सभी चीजों को फाइल के हिसाब से स्टोर किया जाता है। कंप्यूटर के अंतर्गत कुछ प्रकार के फाइल सिस्टम्स होते हैं जिनकी मदद से स्टोरेज मीडिया में डाटा को स्टोर और ऑर्गेनाइज किया जाता है। डाटा को इंटरनली ऑर्गेनाइज करने का हर एक ऑपरेटिंग सिस्टम का अपना अलग अलग तरीका होता है। एक फाइल सिस्टम एक इंडेक्स या डेटाबेस की तरह ही होता है। जिसके अंतर्गत हार्ड ड्राइव या कोई दूसरी स्टोरेज डिवाइस की सभी डाटा की फिजिकल लोकेशन स्टोर रहता है। ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा किसी भी मैनेजमेंट को परफॉर्म करना हि फाइल सिस्टम कहलाता है।
बिना एक फाइल सिस्टम के इंडिविजुअल फाइल में स्टोरड इंफॉर्मेशन को आइसोलेट करना कठिन काम है,और उन्हें आईडेंटिफाई करना भी कठिन हो जाता है। जैसे-जैसे डाटा केपेसिटी बड़ती है तब इंफॉर्मेशन की ऑर्गेनाइजेशन और इंडिविजुअल फाइल की accessibility भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम में फाइल सिस्टम अलग होता है। यहां पर फाइल सिस्टम की टाइप ही यह तय करता है कि कैसे डाटा और प्रोग्राम को एक्सेस किया जाए। साथ ही साथ यह भी पता करता है कि यूजर्स के पास किस लेवल की accessibility मौजूद है।
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फाइल सिस्टम के प्रकार:-
फाइल सिस्टम के कई प्रकार है, और सभी फाइल सिस्टम के अलग-अलग लॉजिक, स्ट्रक्चर, और उनकी संरचनाएं भी अलग-अलग होती है। फाइल सिस्टम का प्रकार ऑपरेटिंग सिस्टम के अनुसार अलग अलग होता है। जैसा कि आप सब जानते हैं कि 3 सबसे ज्यादा प्रचलित ऑपरेटिंग सिस्टम माइक्रोसॉफ्ट विंडो, मैक ओएस एक्स, और लिंक है। तो आइए फाइल सिस्टम के प्रकार के बारे में जानते हैं:-
1. FAT ( File allocation table ):-
Fat का फुल फॉर्म फाइल एलोकेशन टेबल होता है। एक बहुत ही पुराना, सरल और विश्वसनीय फाइल सिस्टम है जो कि माइक्रोसॉफ्ट विंडोज द्वारा समर्थित किया जाता है। यह फाइल सिस्टम को सपोर्ट करता है।
Fat को सन 1977 में डिजाइन किया गया था। और इसे फ्लॉपी डिस्क के लिए बनाया गया था परंतु बाद में इसे हार्ड डिक्स के प्रयोग करने लायक बना दिया गया। फाइल एलोकेशन टेबल का उपयोग ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा डिक्स पर फाइलों का पता लगाने के लिए किया जाता है।
2. GFS ( Global file system):-
यह एक प्रकार का शेयर्ड डिक्स फाइल सिस्टम होता है । यह फाइल सिस्टम मुख्य रूप से linux OS मे इस्तेमाल किया जाता है। यह डायरेक्ट एक्सेस शेयर्ड ब्लॉक स्टोर को ऑफर करता है और साथ ही साथ इसका एक लोकल फाइल सिस्टम की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है। GFS एक अपडेटेड वर्जन भी निकला है जिसे GFS2 कहां गया है। इसके अंतर्गत आपको बहुत सारे ऐसे फीचर देखने को मिलेंगे जोकि सिंपल GFS मे नहीं है।
3. HFS ( Hierarchical file system):-
HFS का डेवलपमेंट मैक ऑपरेटिंग सिस्टम के इस्तेमाल करने के लिए किया गया था ।इसे 1985 में फ्लॉप और हार्ड डिस्क के लिए बनाया गया था। उसके बाद इसे मैक ओएस के लिए प्रयोग किया जाने लगा। और इस फाइल सिस्टम को सीडी के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है। मैक ओएस स्टैंडर्ड के तौर पर एचएफएस को रिफर किया जाता है।
निष्कर्ष:-
आप सब तो जानते हि हैं की आज के समय में कितना ज्यादा कंप्यूटर और मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया जाने लगा है। इसी कारण आज के समय में कंप्यूटर सिस्टम के अंतर्गत फाइल सिस्टम के सुविधा लोगों को प्रदान की जाती है। यह बहुत ही अच्छी सुविधाएं है जिसके जरिए लोग अपने लैपटॉप के अंतर्गत स्टोरेज बना सकते हैं ।आज हमने अपने आर्टिकल के अंतर्गत आपको फाइल सिस्टम से जुड़ी हुई थोड़ी जानकारी देने का प्रयास किया है है आशा है कि आप को हमारा जानकारी जानकार अच्छा लगा होगा।